वेब-भूमि-6
यह समय कंप्यूटर और इंटरनेट से दूर भागने का नहीं है । इसमें अरुचि का मतलब सामाजिक सरोकारों से अरुचि भी है । यही कारण है कि ई-तकनीक के रूप में ई-शासन जनता के लिए कारगर नहीं बन पा रहा है और कुछ कालेमन वाले इसका भी इस्तेमाल अपने गंदे कॉलर को चमकाने के लिए सर्फ एक्सेल की तरह करने में तुले हुए हैं, आये दिन उन्हें फ़र्जी वैश्विक रिकार्ड बनाते देखा जा सकता है । और इसीलिए ई-शासन योजना का आदर्श लक्ष्य - “सभी सरकारी सुविधाएँ एवं सेवाओं को आम जनता के द्वार पर उपलब्ध कराना” के स्थान पर सभी सरकारी सुविधाओं को अपनी झोली में डाल लेना सिद्ध हो रहा है। यदि हम इधर भी ध्यान दें, उसकी व्यापक शक्ति को आजमायें, औरों को भी इससे जोड़ें तो निश्चय ही यह आम गरीब, पिछड़े और साधन संपन्नहीन नागरिकों के लिए भ्रष्ट्राचार से मुक्ति का कारगर साधन बन सकती है । ई-शासन के लंगड़ाने के पीछे फिलहाल जनता रुचि संवर्धन और तकनीकी ज्ञान का अभाव ही है परंतु ई-शासन की तकनीक तकदीर बदलने की कला बन सकती है ।
देश की सबसे उपेक्षित परिवार- “ग्रामीण जनता” को लाभान्वित कराने के उद्देश्य से कंप्यूटर आधारित ई-शासन परियोजना की शुरुआत की गई है ताकि सूचना-प्रौद्योगिकी को आम आदमी के लिए लाभप्रद बनाया जा सके । इसी दिशा में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र(एनआईसी) काफी लंबे समय से सभी स्तरों पर तकनीक एवं नेटवर्किंग से संबंधित सरकारी ज़रूरतों को पूरा करने में सुविधाएँ प्रदान करने को प्रतिबद्ध है। नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेन्टर केन्द्र सरकार, राज्य सरकारें, केन्द्र शासित प्रदेशों, जिला एवं अन्य सरकारी निकायों को नेटवर्क आधार एवं ई-शासन सहायता प्रदान कर रहा है। यह सरकारी योजनाओं को लागू करने, सरकारी सेवाओं के स्तर में सुधार करने एवं राष्ट्रीय व स्थानीय सरकारों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए राष्ट्रव्यापी संचार नेटवर्क उपलब्ध कराने के साथ बहुत सारे संचार व सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएँ भी उपलब्ध करा रहा है। भारत में एनआईसी की प्रमुख उत्पाद एवं सेवाएँ -
1. एगमार्कनेट-
यह देश में विपणन सूचना के आदान-प्रदान के लिए कृषि उत्पाद के थोक बाज़ार को आपस में जोड़ने का कार्य करता है। यह पोर्टल कृषक विपणन से संबंधित सरकारी एवं गैर सरकारी संस्था, किसान, व्यापारी, निर्यातक, नीति निर्माता, शैक्षणिक संस्थान आदि को सशक्त बनाने वाली अभिकरण के रूप में उभरा है। इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://agmarknet.nic.in को लॉग करें।
2. भूईयान-
भू-अभिलेख कंप्यूटरीकरण-वेब आधारित यह सॉफ्टवेयर सुविधा भू-अभिलेख से संबंधित सूचनाएँ ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। सामान्य रूप से भूमि से संबंधित ये सूचनाएँ किसानों द्वारा, बैंकों से ऋण प्राप्त करने के लिए, प्राप्त किया जाता है। और इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ये सूचनाएँ वे राज्यभर में फैले कियोस्क के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। इस सॉफ्टवेयर की एक और विशेषता यह है कि प्रशासक (एडमिस्ट्रेटर) एक स्थान पर बैठे-बैठे भूमि की क्षेत्रवार स्थिति, किसानवार स्थिति एवं किसी खास भूमि की राजस्व संग्रह की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://eglrc.nic.in को लॉग करें।
3. ई-पोस्ट -
ई-पोस्ट सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर पोस्ट ऑफिस के माध्यम से देशभर में कहीं भी सूचनाएँ भेजी या प्राप्त की जा सकती है। इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://indiapost.nic.in को लॉग करें।
4. परीक्षा परिणाम पोर्टल -
वेबसाइट पर परीक्षा परिणाम प्राप्त करने का यह प्रथम स्रोत है। यह वेबसाइट विभिन्न सरकारी अभिकरणों द्वारा संचालित शैक्षणिक, प्रवेश परीक्षा एवं भर्त्ती परीक्षा से संबंधित परिणाम ऑनलाइन उपलब्ध कराता है। इस वेबसाइट पर प्रकाशित प्रमुख परीक्षा परिणाम हैं- केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10 वीं व 12 वीं का परीक्षा परिणाम, राज्य स्कूल बोर्ड, विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एमबीए, सीए आदि हैं। इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://results.nic.in को लॉग करें।
5. ज्यूडिस
ज्यूडिस विभिन्न न्यायालयों में दायर मुकदमों एवं उसपर आये निर्णयों का एक विस्तृत ऑनलाइन पुस्तकालय की तरह कार्य करता है। इस पर आप भारत के सर्वोंच्च न्यायालय एवं विभिन्न उच्च न्यायालयों द्वारा सुनाये गये निर्णयों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://www.judis.nic.in को लॉग करें।
6. रूरल मार्केट -
इस सॉफ्टवेयर का उपयोग ग्रामीण लोगों एवं कलाकारों द्वारा उत्पादित वस्तुओं के विपणन प्रयास एवं प्रदर्शन को सशक्त करने के लिए किया जाता है। इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://ruralbazar.nic.in को लॉग करें।
एनआईसी द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे अन्य विभिन्न उत्पाद एवं सेवाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://offerings.nic.in/products or http://offerings.nic.in/egovsearchres.asp को लॉग करें।
7निर्णय सूचना तंत्र (ज्यूडिस) -
ज्यूडिस विभिन्न न्यायालयों में दायर मुकदमों एवं उसपर आये निर्णयों का एक विस्तृत ऑनलाइन पुस्तकालय की तरह कार्य करता है। इस पर आप भारत के सर्वोंच्च न्यायालय एवं विभिन्न उच्च न्यायालयों द्वारा सुनाये गये निर्णयों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए- http://www.judis.nic.in को लॉग करें।
चलते-चलते -
केन्द्र सरकार द्वारा विगत दिनों ई-तैयारी के क्षेत्र में अग्रणी राज्य का मान्यता देने के बाद अब केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को ई-शासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट पहल के लिए के लिए कंप्यूटर सोसाइटी ऑफ इंडिया से सर्वश्रेष्ठ ई-शासन राज्य का पुरस्कार मिला है। पुरस्कार समिति ने राज्य में चलाये जा रहे ई-सम्पर्क परियोजना (भारत सरकार द्वारा गोल्डेन आइकॉन अवार्ड से सम्मानित) एवं जन सम्पर्क परियोजना (समाज के लिए सूचना-प्रौद्योगिकी) की भी सराहना की।
Thursday, October 11, 2007
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1 comment:
जय प्रकाश जी, बहुत ही काम की जानकारी उपलब्ध कराई है आपने। इसी पोस्ट को देखने के लिए बार-बार आपके ब्लॉग पर आना पड़ेगा।
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