अंतरजाल में प्रकाशन का आनंद कुछ और है और कागज के पृष्ठों से बनी पत्रिकाओं में छपने का कुछ और । दोनों की महत्ता पर या उनमें से किसी एक को तरज़ीह देने का यहाँ कोई बहस या बखेड़ा करना मेरा उद्देश्य नहीं अपितु हिन्दी में प्रकाशित होने वाली उन लघुपत्रिकाओं का लेखा-जोखा, सीधे-सीधे शब्दों में सूची का संग्रहीकरण ही मेरा उद्देश्य है ।
मैं जिन लघुपत्रिकाओं से परिचित होता रहा हूँ उन्हें मैंने पहले चरण में जोड़ लिया है । पर यह समग्र नहीं है । बहुत कुछ हर बार छूट ही जाता है । यह मेरी सीमा भी है । यह लगातार अपटूडेट होता रहेगा । बस्स, आपकी दृष्टि इधर पड़ती भर रहे । अभी यहाँ विदेश से प्रकाशित होने वाली लघुपत्रिकाओं की सूची भी समादृत की जानी है ।
आप कृपया अपनी जानकारी में आयी ऐसी पत्रिकाओं की सूची हमें उपलब्ध करा कर सहयोग कर सकते हैं । वैसे आप यह सूची देख सकते हैं यहाँ---- http://kavikarma.blogspot.com/2006/03/blog-post_114322658334016587.html
5 comments:
इस उत्कृष्ट प्रयास के लिए साधुवाद!
क्या इसमें बड़ी-नामचीन पत्रिकाओं की सूची भी समाहित हो सकती है? या कोई ऐसी अलग सूची भी बन जाए तो उत्तम. मेरे खयाल में बड़ी पत्रिकाओं की सूची भी जाल पर अभी उपलब्ध नहीं है.
अत्यंत उपयोगी संग्रह है यह। साथियों के योगदान से यह और भी समृद्ध हो सकती है। जो पत्रिकाएँ पहले से जाल पर उपलब्ध हैं उनको हाइपरलिंक से जोड़ा दिया जाए तो बेहतर होगा। आपका परिश्रम अत्यंत सराहनीय है।
बहुत अच्छा प्रयास है
प्रत्यक्षा
धन्यवाद। हिन्दी की रेल गाड़ी ने अभी भी जोर नहीं पकड़ा है। ऐसा प्रयास होते रहेंगे तो जोर पकड़ लेगी जल्दी।
भाई जयप्रकाश जी ,
सूची बहुत परिश्रम से तैयार की गई है . परंतु आपने इसमें लघु पत्रिकाओं के साथ-साथ सांस्थानिक राजभाषा पत्रिकाओं को भी उदार हो कर स्थान दिया है .उनकी अलग श्रेणी होनी चाहिये . सरकारी पैसे अथवा अनुदान से निकलने वाली पत्रिका किस तरह लघु पत्रिका हो सकती है .लघु पत्रिकाओं की प्रकृति,चरित्र,संसाधन और उद्देश्य सांस्थानिक पत्रिकाओं से बहुत भिन्न हैं . लघु पत्रिकाओं की एक विस्तृत सूची हम अपनी लघु पत्रिका 'समकालीन सृजन' में भी देते हैं.
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